Tuesday, July 29, 2008
Tuesday, November 20, 2007
Saturday, October 20, 2007
प्रहरीमा ४५ प्रतिशत आरक्षण
मन्त्रिपरिषद्को बुधबारको बैठकले नेपाल प्रहरी र सशस्त्र प्रहरीमा रिक्त हुने दरबन्दीको ४५ प्रतिशत विभिन्न वर्ग र क्षेत्रका लागि आरक्षण व्यवस्था गर्न नियमावली संशोधन गर्न स्वीकृति दिएको छ। श्रम तथा यातायात व्यवस्था राज्यमन्त्री रमेश लेखकका अनुसार आरक्षित स्थानमध्ये महिलालाई २०, आदिवासी जनजातिलाई ३२, मधेसीलाई २८, दलितलाई १५ र पिछडिएका क्षेत्रलाई पाँच प्रतिशत रहनेछ। यसैगरी बैठकले मुलुकको शान्तिसुरक्षालाई थप सुदृढ र प्रभावकारी बनाउन गृह प्रशासनलाई निर्देशन गर्ने निर्णयमेत गरेको छ।
झाडापखालाबाट ३ को मृत्यु
गत दुइ महिनादेखि फैलिएको झाडापखालाबाट रौतहटमा थप दुइ जनाको मृत्यु भएको छ। जिल्लामा झाडापखालाबाट मर्नेको संख्या यो समेत १६ पुगेको छ। झाडापखालाबाट रौतहट, मर्यादपुर गाविस-१ का २५ वषीय जियालाल यादवको बुधबार बिहान मृत्यु भयो भने तेजापाकट गाविस-२ की दुइ वषीया निकंगर खातुनको मृत्यु भएको गाविस सचिवले जनाएका छन्। यसैगरी महोत्तरीमा झाडापखालाबाट मंगलबार राति पडौल गाविस-८ तिलगढ बस्ने लटु पासवानकी ११ वषीया नातिनी रीता पासवानको मृत्यु भएको छ।अहिले तिलगढमा ३५ जनाभन्दा बढी झाडापखालाबाट प्रभावित रहेका छन्। केहीको स्थिति गम्भीर रहेको थाहा भएको छ।
माओवादीको अपिल
नेकपा (माओवादी) संसदीय दलले मुलुक गम्भीर मोडमा पुगेको र जनादेश संकटमा परेकाले गणतन्त्र र समानुपातिक निर्वाचन प्रणालीका पक्षमा जनमत तयार गर्न अपिल गरेको छ। संसदीय दलका नेता कृष्णबहादुर महराद्वारा बुधबार जारी गरिएको अपिलमा संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्र र र्सार्थक संविधानसभाको निर्वाचन गर्ने नेपाली जनताको आशा र अभिलाषा धरापमा परेको भनिएको छ।गणतन्त्रको घोषणा र समानुपातिक निर्वाचन प्रणालीमा जानुपर्ने जनताको चाहनालाई ध्यानमा राखी संसद्को विशेष अधिवेशनमा राजनीतिक प्रस्ताव राख्नुपरेको कुरा अपिलमा उल्लेख गरिएको छ।आशा एवम् अपेक्षा छ, त्यो दिशामा सदनले सकारात्मक निर्णयगर्नेछ, त्यसका लागि सबै सांसदसँग नेकपा (माओवादी) संसदीय दलको आग्रह छ’ -अपिलमा भनिएको छ।
दुर्घटनामा एकको मृत्यु
सर्लाहीमा मंगलबार राति बसको ठक्करबाट घाइते भएकामध्ये एकजनाको उपचारको क्रममा वीरगन्जमा मृत्यु भएको छ। सर्लाही घुर्कौली वडा न.८ बस्ने २० वर्षीय सुनिल तामाङको मृत्यु भएको प्रहरी उपरिक्षक गणेश केसीले जानकारी दिनुभएको छ।मंगलबार राति साढे ८ बजे विराटनगरबाट काठमाडौं जाँदै गरेको ना२ख ७९९७ नम्बरको बसले सर्लाहीको बाँके क्षेत्रमा ठेकेदारद्वारा जिविसको कर उठाउन बनाइएको छाप्रोमा ठक्कर दिएको थियो।बसको ठक्करबाट कर संकलनका लागि खटिएका ठेकेदारका आठ जना कर्मचारी घाइते भएका थिए। घाइतेमध्ये एक जनाको मृत्यु भएको छ भने गम्भीर घाइते रहेका चार जनालाई काठमाडौं लगिएको छ। बस राजमार्गबाट तल झरे पनि बसका यात्रु भने सकुशल रहेको प्रहरीले जनाएको छ।
बालबालिका अपहरणको भर्त्सना
नेकपा (एमाले) निकट आठ संगठनले केही दिनयता राजधानीमा भइरहेका शृङ्खलाबद्ध बालबालिका अपहरणका घटनाप्रति आपत्ति जनाउँदै त्यस्ता घटना रोक्न सरकारसँग जोडदार माग गरेका छन्। बालबालिकाहरूको अपहरण र हत्या रोक्न सरकार गम्भीर नभएको आरोप लगाउँदै त्यस्ता घटना रोकी शान्तिसुरक्षाको प्रत्याभूति दिन तथा अपहरणकारीलाई कडा कारबाही गर्नसमेत ती संगठनले माग गरेका छन्। अखिल नेपाल महिला संघ, अखिल नेपाल किसान महासंघ, नेपाल ट्रेड युनियन महासंघ, अनेरास्ववियु, प्ररायुसंघ, नेपाल उत्पीडित जातीय मुक्ति समाज, लोकतान्त्रिक जनजाति महासंघ र राष्ट्रिय जनसांस्कृतिक मञ्चले बुधबार संयुक्त विज्ञप्ति जारी गरी बालकद्वय धीरज अधिकारी र रोहित गुप्ताको अपहरणपछि हत्या गर्ने हत्यारालाई कडा कारबाही गर्न सरकारसमक्ष माग गरेका छन्।
Thursday, October 11, 2007
आरती हनुमान जी को
हनुमान जी को आरी सुननhttp://www.youtube.com/watch?v=ZjtXCUDnHfUा को लगी याहा क्लिक गर्नु hos
Tuesday, October 2, 2007
Sunday, September 30, 2007
बच्चे से रंगदारी वसूली मामले की डीएसपी ने की पुष्टि
सहरसा। आखिरकार सहरसा में बच्चे को धमकाकर अपराधी द्वारा रंगदारी वसूले जाने के मामले की पुष्टि पुलिस ने कर ही दी। एसडीपीओ ने अपने पर्यवेक्षण रिपोर्ट में नामजद अभियुक्त पर लगाये गये आरोप को सही करार देते हुए अविलम्ब उसकी गिरफ्तारी करने की अनुशंसा की है। उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण ने 30 अगस्त को सहरसा में अब बच्चे को धमकाकर रंगदारी वसूली शीर्षक से खबर छापकर इस मामले को उजागर किया था। इसके बाद सदर थाना में कांड संख्या 421/07 दर्ज कर मामले के अनुसंधान की जिम्मेवारी सअनि शत्रुघन् प्रसाद सिंह को सौंपी गयी थी। अनुसंधानकत्र्ता ने अपना प्रतिवेदन उच्च पुलिस पदाधिकारी को दिया जिसे सहरसा के तत्कालीन एसडीपीओ अशोक कुमार सिन्हा ने पर्यवेक्षण कर प्रतिवेदन में बच्चे से भय दिखाकर रंगदारी मांगने की पुष्टि कर दी। घटना को सही करार देते हुए एसडीपीओ ने अपने पर्यवेक्षण रिपोर्ट में कहा है कि पूछताछ पर यह पता चला कि न्यू कालोनी निवासी वादी मदन मोहन सिंह के पड़ोस में ही रहने वाला हीरो रजक का पुत्र भानू रजक एक दुश्चरित्र व्यक्ति है और चोरी करना, बेवजह देशी नाजायज हथियार से फायर कर दहशत पैदा करना इसकी आदत में शुमार है। उन्होंने भानू रजक के पिता हीरो रजक को पूरे मामले में क्लिनचिट दे दी है। अपने पर्यवेक्षण रिपोर्ट में उन्होंने कहा है कि वादी का पौत्र अभिनव कुमार सिंह को यह कहकर कि तुम्हारा सिगरेट पीते हुए फोटो खिंच लिये है और यदि पैसा नहीं दोगे तो तुम्हारे पिता को दिखा देंगे आदि कहकर भानू रजक ने कभी तीन सौ, कभी एक हजार, कभी दो हजार रुपये लेता रहा। इसी क्रम में जब आरोपी ने अभिनव से पांच हजार रुपये की मांग कर दी तो उसने इसकी सूचना अपने परिवार वालों को दी। एसडीपीओ ने इस तरह आरोपी भानू रजक पर लगाये गये आरोप को सही करार देते हुए उसे जल्द गिरफ्तार करने की अनुशंसा की है। अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में उन्होंने न्यायालय से कुर्की-जब्ती की अनुमति लेकर अनुसंधानकत्र्ता को कार्रवाई के लिए कहा है।
बिहार में 2 महंतों की गला रेतकर हत्या
सीवान (वार्ता) : बिहार में सीवान जिले के छपिया गांव में अघोर मठ के 2 महंतों की शनिवार देर रात अपराधियों ने गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार रात अपराधियों ने मठ में घुसकर अघोर मठ के महंत उत्तमानंद और हरिनंद की सोते समय धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। ऐसी अटकलें हैं कि हत्या भूमि विवाद की वजह से की गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अपराधियों की छानबीन कर रही है।
पुलिस भर्ती में लड़कियों का यौन शोषण
उत्तरप्रदेश में तत्कालीन मुलायम सरकार के कार्यकाल में हुए पुलिस भर्ती घोटाले की जाँच कर रही समिति के अध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने रविवार को यह कहकर सनसनी फैला दी कि भर्ती के दौरान बड़े पैमाने पर लड़कियों का यौन शोषण किया गया। सरकार ने जाँच के बाद 7400 और पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया है।मिश्रा ने कहा कि पुलिस भर्ती के नाम पर महिलाओं का शारीरिक शोषण भी किया गया। मिश्र ने कहा कि उनकी पिछले 30 वर्षों की नौकरी के दौरान ऐसा अभूतपूर्व भ्रष्टाचार उन्होंने कभी नही देखा। समझा जा रहा है कि पुलिस भर्ती के नाम पर बड़ा सेक्सकांड हुआ था।आईपीएस अधिकारी मिश्र ने कहा कि उनके लिए पुलिस भर्ती में अनियमितताओं की जाँच करना दुखद कार्य रहा क्योंकि पिछले तीस वर्षों की नौकरी के दौरान उन्होंने ऐसा न देखा था न सुना। उन्होंने कहा कि जो जाँच में निकलकर आया वह अभूतपूर्व है, जिसके कारण उन्हें कठोर निर्णय लेना पड़ा और उसकी संस्तुति शासन को भेजनी पड़ी।मुझे शर्म आ रही है : मिश्र ने कहा कि उन्हें बताते हुए शर्म आ रही है कि न जाने कितनी ही लडकियों ने उनसे रो-रो कर कहा कि उनका भर्ती स्थान पर मौके पर ही शारीरिक शोषण किया गया। समिति अध्यक्ष ने बड़ी बेबाकी से कहा कि इतना गंभीरतम भ्रष्टाचार करने का साहस किसी अधिकारियों में नहीं था। उन्होंने कहा कि जाँच के दौरान भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों ने उनसे कहा कि 85 प्रतिशत अभ्यर्थियों के नामों की सूची ऊपर से आई थी।अयोग्य अभ्यर्थियों को नौकरी मिली : मिश्र ने कहा कि पुलिस भर्ती मे अनेक चयनित अभ्यर्थी मूल अर्हता जैसे लम्बाई 167.7 सेमी, शैक्षिक योग्यता एवं जाति आधार पर योग्यता नहीं रखते। 600 से ज्यादा अभ्यर्थियों की प्रारम्भिक जाँच में पाया गया कि वे रंगों का भेद भी नही कर सकते थे। सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं में ओवर राइटिंग तथा दूसरों की हैंडराइटिंग में कॉपी लिखी मिली।शैलजाकांत मिश्र ने कहा कि वे तो केवल चयनित अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच कर रहे हैं। यदि सभी परीक्षार्थियों की जाँच की जाए तो बहुत समय लगेगा। उन्होंने कहा कि भर्ती के लिए साक्षात्कार भी अभूतपूर्व ढंग से हुआ।उन्होंने बताया कि गोरखपुर में एक दिन में 2500 से ज्यादा अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लिए गए। अभ्यर्थियों के साक्षात्कार समूह में 15 से 40-40 अभ्यर्थियों का एक साथ लिया गया। साक्षात्कार कुछ का 8 सेकंड तो अन्यों का 20-20 सेकंड में निपटाया गया। चयनित अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में 20 में से 20 अंक दिए गए।चयन बोर्ड के अध्यक्षों का कहना था कि ऊपर से आदेश थे कि भर्ती तत्काल खत्म करनी है। उन्होंने बताया कि एक चयन बोर्ड ने तीन जगह भर्ती की और तीनों ही जगह कट ऑफ नम्बर 118 ही था। उन्होंने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों की ब्रॉडशीट जिसे पुलिसिया भाषा में डड्डा कहते हैं बनी ही नहीं।वायरलेस भर्तियों में भी धाँधली : मिश्र ने कहा कि वायरलेस की भर्तियों में भी जमकर धाँधली हुई। पुलिस विभाग का कंप्यूटर सेंटर होने के बावजूद एक निजी कंप्यूटर एजेंसी क्यूबट्रान को दिया गया और वहाँ उत्तर पुस्तिकाओं में एक शीट पर अनेक जगह सफेदा पाया गया। कंप्यूटर एजेंसी द्वारा दी गई ओएमआर शीट पर किसी अधिकारी ने जाँच कर अपने हस्ताक्षर तक नहीं किए।जाँच के दौरान साक्ष्य माँगे जाने पर कंप्यूटर एजेंसी ने हार्डडिस्क को फार्मेट कर दिया और कोई फ्लापी, सीडी तक नहीं दी। उन्होंने बताया कि इस कंप्यूटर एजेंसी के मालिक जितेन्द्र पांडेय व उनके सहयोगियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराने का निर्णय लिया गया है।ठोस सबूत नहीं : कुल मिलाकर मिश्रा का यही कहना था कि वर्ष 2005-06 में पुलिस भर्तियों में गंभीरतम भ्रष्टाचार हुए, जिसका आधार घूस जरूर हुआ होगा। यद्यपि इसका कोई ठोस सबूत अभी उनके हाथ नही आया है। फिर भी उन्हें खेद है कि उनके समकक्ष अधिकारियों ने इतना घिनौना काम किया।
Friday, September 21, 2007
प्रहरी सुरक्षाभित्रै तीनको हत्या
कपिलवस्तु, असोज ३ - तनावग्रस्त कपिलवस्तुमा बिहीबार प्रहरी सुरक्षा भित्रै तीन जनाको हत्या भएको छ । हत्या गरिएकालाई स्थानीय बासिन्दाको उजुरीका आधारमा दंगा भड्काउन सघाएको आरोपमा प्रहरीले नियन्त्रणमा लिएको थियो । दंगाबाट पीडित पक्षको सहयोगार्थ आएको समूहले पथ्थरदैया गाविसस्थित जगदीशपुर चौकीमा रहेका उनीहरूलाई आक्रमण गर्दा मृत्यु भएको हो । मृत्यु हुनेमा रामेश्वर चौधरी, नुरोद्दिन मुसलमान र नाम नखुलेका एक जना छन् । घटन्ााम्ाा २४ भन्दा बढी घाइते छन् । उनीहरूमध्ये धेरैलाई उपचारार्थ बुटवलस्थित लुम्बिनी अञ्चल अस्पतालमा लगिएको छ । अस्पतालले प्रायः सबैको अवस्था गम्भीर रहेको जनाएको छ । धेरैजसोका शरीरमा धारिलो हतियारका चोट छन् । झडप नियन्त्रण गर्दा ६ जना प्रहरी घाइते भएको प्रशासनले जनाएको छ ।
घाइते सवीर मुसलमानका अनुसार स्थलगत अनुगमन गर्न आएका राजनीतिक दलका नेता र मानव अधिकारवादी टोलीकै अघिल्तिर आक्रमण भएकोे थियो । 'घटना नियोजित तरिकाले गरिएको छ,' उनले भने- 'राजनीतिक समूहले ल्याएको भीडले चौकीमा आक्रमण गरेको हो ।'
आक्रमणका बेला अनुगमनका लागि आएका सात दलका जिल्ला नेता र अन्तरिम विधायक दानबहादुर चौधरी, रामलौचन तिवारी, पूर्वमन्त्री दीपकुमार उपाध्याय आक्रमण हुँदा त्यहाँ पुगेका थिए । अहिलेसम्म कपिलवस्तुमा मृत्यु हुनेको संख्या ३१ पुगेको प्रमुख जिल्ल्ाा अधिकारी नरेन्द्र दाहालले बताए । इन्सेक कपिलवस्तुले गरेको अध्ययनअनुसार हालसम्म जिल्लाका ३ सय व्यक्ति सम्पर्कविहीन, ५ हजार विस्थापित र डेढ सय सवारीसाधनमा तोडफोड र आगजनी भएको छ ।
जिल्ला प्रशासन कार्यालय कपिलवस्तुले सदरमुकाम तौलिहवाबाहेक जिल्लाका महेन्द्र राजमार्ग र हिंसा प्रभावित अन्य भागमा अनिश्चितकालीन कफ्यर्ु कायमै रहेको जनाएको छ ।
सुरक्ष्ाा र क्षतिपूर्ति माग
स्थानीय प्रशासनले सुरक्ष्ाा दिन नसकेको भन्दै पीडितहरूले हत्यारा पत्ता लगाई कारबाही अघि बढाउन माग गरेका छन् ।
आइतबारदेखि बिहीबारसम्म कपिलवस्तुको पथ्थरदैया, भगवानपुर, वीरपुर, बिसनपुर, खुरुरिया, चनही, जगदीशपुरलगायत दर्जन गाविसमा अझै पनि
हत्या, लुटपाट, तोडफोड, आगजनी र बलात्कारका घटनाहरू बढ्दै गएको छ । मृत्यु हुनेको संख्या बढिरहेको छ । गाउँहरूमा सडेका शवहरू भेटिइरहेका छन् । अहिलेसम्म २२ जनाको शवमात्र सनाखतसहित पुष्टि भएको
छ । क्षतविक्षत केही शवको सनाखत हुन सकेको छैन ।
स्थानीय बासिन्दाले बिहीबार वीरपुर क्षेत्रमा केही क्षतविक्षत शव देखेको टेलिफोनमा जानकारी दिए ।
बिसनपुरा गाविसको देवीपुर नजिकैको खोल्सामा बुधबार साँझपख आठवटा डढेका शव भेटिएका थिए । त्यस्तै कपिलवस्तुको सुरई नाकामा पनि चारवटा शव फेला परेको थियो । इलाका प्रहरी कार्यालय चन्द्रौटाका प्रहरी निरीक्षक धर्म सुनुवारले शव भेटिने क्रम जारी रहेकाले संख्या बढ्ने अनुमान रहेको बताए ।
ँदोषी पत्ता लगाऊ’
यसैबीच चन्द्रौटा क्षेत्रमा सात दलका स्थानीय नेताहरू, संघसंस्था र व्यापारीहरूको बैठक बिहीबार बसेको थियो । बैठकले घटनाको उच्चस्तरीय न्यायिक छानबिन आयोग गठन गरी दोषी पत्ता लगाउन र पीडित परिवारलाई क्षतिपूर्ति दिन माग गरेको छ । शाहीकालमा बाँडिएका हतियारहरू तुरुन्त फिर्ता गनर्ुपर्ने दल, नागरिक समाज, पीडितहरूले माग गरेका छन् ।
ँउदासीनता र लापरबाही’
यस्तै मानव अधिकारवादी तथा नागरिक समाजका अगुवाहरूले सरकारको उदासीनता, स्थानीय प्रशासनको लापरबाही तथा सुरक्षा निकायको निष्त्रिmयताले कपिलवस्तुको स्थिति झन्-झन् बिग्रँदै गएको बताएका छन् । स्थलगत भ्रमण गरेर फर्केका मानव अधिकारवादी तथा नागरिक अगुवाहरूले बुटवल पत्रकार सम्मेलनमा सरकारको उदासीनता, स्थानीय प्रशासनको लापरबाही तथा सुरक्षा निकायको निष्त्रिmयताले स्थिति बिग्रँदै गएको बताएका हुन् ।
घाइते सवीर मुसलमानका अनुसार स्थलगत अनुगमन गर्न आएका राजनीतिक दलका नेता र मानव अधिकारवादी टोलीकै अघिल्तिर आक्रमण भएकोे थियो । 'घटना नियोजित तरिकाले गरिएको छ,' उनले भने- 'राजनीतिक समूहले ल्याएको भीडले चौकीमा आक्रमण गरेको हो ।'
आक्रमणका बेला अनुगमनका लागि आएका सात दलका जिल्ला नेता र अन्तरिम विधायक दानबहादुर चौधरी, रामलौचन तिवारी, पूर्वमन्त्री दीपकुमार उपाध्याय आक्रमण हुँदा त्यहाँ पुगेका थिए । अहिलेसम्म कपिलवस्तुमा मृत्यु हुनेको संख्या ३१ पुगेको प्रमुख जिल्ल्ाा अधिकारी नरेन्द्र दाहालले बताए । इन्सेक कपिलवस्तुले गरेको अध्ययनअनुसार हालसम्म जिल्लाका ३ सय व्यक्ति सम्पर्कविहीन, ५ हजार विस्थापित र डेढ सय सवारीसाधनमा तोडफोड र आगजनी भएको छ ।
जिल्ला प्रशासन कार्यालय कपिलवस्तुले सदरमुकाम तौलिहवाबाहेक जिल्लाका महेन्द्र राजमार्ग र हिंसा प्रभावित अन्य भागमा अनिश्चितकालीन कफ्यर्ु कायमै रहेको जनाएको छ ।
सुरक्ष्ाा र क्षतिपूर्ति माग
स्थानीय प्रशासनले सुरक्ष्ाा दिन नसकेको भन्दै पीडितहरूले हत्यारा पत्ता लगाई कारबाही अघि बढाउन माग गरेका छन् ।
आइतबारदेखि बिहीबारसम्म कपिलवस्तुको पथ्थरदैया, भगवानपुर, वीरपुर, बिसनपुर, खुरुरिया, चनही, जगदीशपुरलगायत दर्जन गाविसमा अझै पनि
हत्या, लुटपाट, तोडफोड, आगजनी र बलात्कारका घटनाहरू बढ्दै गएको छ । मृत्यु हुनेको संख्या बढिरहेको छ । गाउँहरूमा सडेका शवहरू भेटिइरहेका छन् । अहिलेसम्म २२ जनाको शवमात्र सनाखतसहित पुष्टि भएको
छ । क्षतविक्षत केही शवको सनाखत हुन सकेको छैन ।
स्थानीय बासिन्दाले बिहीबार वीरपुर क्षेत्रमा केही क्षतविक्षत शव देखेको टेलिफोनमा जानकारी दिए ।
बिसनपुरा गाविसको देवीपुर नजिकैको खोल्सामा बुधबार साँझपख आठवटा डढेका शव भेटिएका थिए । त्यस्तै कपिलवस्तुको सुरई नाकामा पनि चारवटा शव फेला परेको थियो । इलाका प्रहरी कार्यालय चन्द्रौटाका प्रहरी निरीक्षक धर्म सुनुवारले शव भेटिने क्रम जारी रहेकाले संख्या बढ्ने अनुमान रहेको बताए ।
ँदोषी पत्ता लगाऊ’
यसैबीच चन्द्रौटा क्षेत्रमा सात दलका स्थानीय नेताहरू, संघसंस्था र व्यापारीहरूको बैठक बिहीबार बसेको थियो । बैठकले घटनाको उच्चस्तरीय न्यायिक छानबिन आयोग गठन गरी दोषी पत्ता लगाउन र पीडित परिवारलाई क्षतिपूर्ति दिन माग गरेको छ । शाहीकालमा बाँडिएका हतियारहरू तुरुन्त फिर्ता गनर्ुपर्ने दल, नागरिक समाज, पीडितहरूले माग गरेका छन् ।
ँउदासीनता र लापरबाही’
यस्तै मानव अधिकारवादी तथा नागरिक समाजका अगुवाहरूले सरकारको उदासीनता, स्थानीय प्रशासनको लापरबाही तथा सुरक्षा निकायको निष्त्रिmयताले कपिलवस्तुको स्थिति झन्-झन् बिग्रँदै गएको बताएका छन् । स्थलगत भ्रमण गरेर फर्केका मानव अधिकारवादी तथा नागरिक अगुवाहरूले बुटवल पत्रकार सम्मेलनमा सरकारको उदासीनता, स्थानीय प्रशासनको लापरबाही तथा सुरक्षा निकायको निष्त्रिmयताले स्थिति बिग्रँदै गएको बताएका हुन् ।
Tuesday, September 18, 2007
Saturday, September 8, 2007
चालक अपहरित
महोत्तरी- तराई जनतान्त्रिक -ज्वाला) समूहका कार्यकर्ताले जलेश्वर-बर्दीवास सडक खण्डमा पर्ने बखडी चौकबाट बिहीबार राति एक जिप चालकलाई अपहरण गरेका छन् । ग्रामीण भेगका बजारमा कोकाकोला पुर्याएर जनकपुर र्फकंदै गरेको लु१च १६६८ नम्बरको जिपका चालक निरज राईलाई एरिया कमान्डर बाबा सिंहको कमान्डमा आएका मोर्चा कार्यकर्ताले साँझ करिब ८ बजे अपहरण गरेका हुन् ।
सिन्धुली जिल्लाको लाम्पटार घर भएका चालक राईको अवस्था अज्ञात छ । मोर्चाका जिल्ला इन्चार्ज तुलसी दासले राईलाई सुराकी आरोपमा नियन्त्रणमा लिएको बताएका छन् ।
सिन्धुली जिल्लाको लाम्पटार घर भएका चालक राईको अवस्था अज्ञात छ । मोर्चाका जिल्ला इन्चार्ज तुलसी दासले राईलाई सुराकी आरोपमा नियन्त्रणमा लिएको बताएका छन् ।
किशोरीहरू पुरस्कृत
जनकपुर, भदौ २१ - विद्यालय नगई अनौपचारिक शिक्षा लिएर व्यक्तित्व विकास गर्न सफल महोत्तरी र धनुषाका १० किशोरीलाई शुक्रबार प्रोत्साहन पुरस्कार दिइएको छ । विश्व साक्षरता दिवसमा आसमान नेपालद्वारा आयोजित बालिका शिक्षामा प्रतिबद्धता कार्यक्रममा पुरस्कार पाउनेमा रंजिताकुमारी यादव, जानकी भुजेल, निरु श्रेष्ठ, कौशल्या कुशवाहा र उर्मिला लामा छन् । धनुषाका प्रमुख जिल्ला अधिकारी रामशरण चिमौरिया, शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र यादव, शिक्षक युनियनका अध्यक्ष लालबाबु हाथी र आसमानका जिल्ला संयोजक नवल यादवलगायतले किशोरीलाई सम्मानपत्र, मायाको चिनो र जनही एक-एक हजार प्रदान गरेका थिए ।
पुलिस ने कब्र खोदकर निकाली महिला की लाश
लदनियां (मधुबनी)। लदनियां थानाध्यक्ष प्रवेन्द्र भारती ने हत्या के एक मामले में पुलिस बलों के साथ शुक्रवार की अहले सुबह साढ़े आठ बजे पिपराही गांव स्थित कब्रिस्तान से एक महिला का शव निकाला। दुर्गध दे रही लाश को पोस्टमार्टम के लए पुलिस अभिरक्षा में मधुबनी भेज दिया गया। इस बाबत मृतका रूबी खातून के भाई खुटौना बाजार निवासी मो. निजामुद्दीन ने अपनी बहन की हत्या कर शव को दफनाने का आरोप लगाते हुए अपने बहनोई मो. अमानुल्लाह समेत 6 लोगों के विरुद्ध लदनियां थाना में प्राथमिकी दर्ज करवायी है। इस बाबत थानाध्यक्ष प्रवेन्द्र भारती ने बताया कि उक्त घटना गत 4 सितंबर की है। रूबी खातून की मौत संदेहास्पद स्थिति में हुई। इस्लाम धर्म के रीति-रिवाज के अनुसार उनके परिजनों ने 5 सितंबर को गांव के कब्रिस्तान में शव को दफना दिया। इसमें मृतका के भाई भी बाद में भाग लिया। शव दफनाने के बाद वे अपने गांव लौट गये। थाना प्रभारी ने बताया कि गुरुवार को मो. निजामुद्दीन ने अपनी बहन रूबी की हत्या ससुराल वालों द्वारा कर देने का लिखित आवेदन दिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी। इसी क्रम में मृतका का शव जमीन खोदकर निकला गया। बताया जाता है कि वह गर्भवती थी और उसे दो पुत्र तथा एक पुत्री है। समाचार प्रेषण तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
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